रूस और यूक्रेन के बीच चल रहा युद्ध आज केवल दो देशों की लड़ाई नहीं रह गया है, बल्कि इसका असर पूरी दुनिया पर दिखाई दे रहा है। जैसे-जैसे यह संघर्ष लंबा खिंचता जा रहा है, वैसे-वैसे यह सवाल उठता जा रहा है—क्या हम तीसरे विश्व युद्ध की कगार पर हैं?
युद्ध की पृष्ठभूमि
फरवरी 2022 में रूस ने यूक्रेन पर हमला किया था। इसका कारण यूक्रेन का पश्चिमी देशों के साथ बढ़ता गठबंधन और नाटो की सदस्यता की इच्छा था, जिसे रूस अपनी सुरक्षा के लिए खतरा मानता है। तभी से दोनों देशों के बीच हिंसक टकराव लगातार जारी है।
अंतरराष्ट्रीय हस्तक्षेप और बढ़ती चिंता
अमेरिका, ब्रिटेन और यूरोपीय यूनियन जैसे देशों ने यूक्रेन को हथियार और आर्थिक सहायता दी है, जिससे यह संघर्ष और भी जटिल हो गया है। दूसरी ओर, रूस को चीन और कुछ अन्य देशों से परोक्ष समर्थन मिलता दिख रहा है। इस टकराव ने वैश्विक राजनीति में भारी उथल-पुथल मचा दी है।
परमाणु युद्ध की आशंका
इस युद्ध के दौरान कई बार रूस की ओर से परमाणु हथियारों के इस्तेमाल की चेतावनी दी गई है। अगर यह टकराव परमाणु स्तर पर पहुंचा, तो यह पूरी मानवता के लिए विनाशकारी सिद्ध हो सकता है। यही बात दुनिया को और अधिक चिंतित करती है।

क्या तीसरा विश्व युद्ध होगा?
फिलहाल तो बड़े देश सीधे युद्ध में शामिल नहीं हुए हैं, लेकिन जैसे-जैसे समर्थन और बयानबाज़ी बढ़ती जा रही है, यह खतरा भी बढ़ता जा रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि जल्द ही शांतिवार्ता और कूटनीतिक समाधान नहीं निकाले गए, तो यह युद्ध बड़े स्तर पर फैल सकता है।