रूस के कमचटका क्षेत्र में 8.8 तीव्रता का भूकंप – रूस के कमचटका क्षेत्र में 8.8 तीव्रता का शक्तिशाली भूकंप आया, वहीं जापान के दक्षिणी टोकारा द्वीप समूह में पिछले दो हफ्तों के दौरान 1000 से अधिक भूकंप के झटकों ने स्थानीय निवासियों को डरा दिया है। मंगलवार को आया सबसे शक्तिशाली झटका 5.5 तीव्रता का था, जिससे पूरे क्षेत्र में दहशत का माहौल बन गया।

टोकारा द्वीप समूह: लगातार झटकों से लोग सहमे
कागोशिमा प्रान्त के टोकारा द्वीपों में 21 जून से लगातार भूकंप आ रहे हैं, जिनमें से कुछ की तीव्रता जापानी स्केल पर 6 (Mercalli scale पर लगभग VII) तक मापी गई। जापान मौसम विज्ञान एजेंसी (JMA) ने कहा कि ये भूकंप ज्वालामुखी गतिविधियों से संबंधित हो सकते हैं। हालांकि सुनामी की कोई संभावना नहीं जताई गई है, लेकिन अगले झटकों के लिए सतर्क रहने को कहा गया है।
भविष्यवाणी और अफवाहों पर वैज्ञानिकों का जवाब
एक पुरानी जापानी मंगा किताब The Future I Saw में 5 जुलाई 2025 की ‘भविष्यवाणी’ ने सोशल मीडिया पर अफवाहों को हवा दी है। लेकिन वैज्ञानिकों और खुद लेखक ने इस भविष्यवाणी को फिक्शन (काल्पनिक) बताया है और इसे गंभीरता से न लेने की सलाह दी है।
रूस के पास आया 8.8 तीव्रता का भूकंप, जापान के होक्काइदो में सुनामी अलर्ट
रूस के कमचटका क्षेत्र में 8.8 तीव्रता का भूकंप कमचटका प्रायद्वीप के पास बुधवार सुबह 8.8 तीव्रता का शक्तिशाली भूकंप आया, जिसके बाद जापान के उत्तरी द्वीप होक्काइदो में सुनामी चेतावनी जारी की गई। जापान सरकार ने लगभग 20 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा, जिसमें फुकुशिमा जैसे संवेदनशील परमाणु केंद्रों के क्षेत्र भी शामिल हैं। राहत की बात यह रही कि सुनामी की लहरें अपेक्षाकृत कम रहीं और दोपहर तक चेतावनियों को हटा दिया गया।
विशेषज्ञों की राय और आम जनता के लिए सलाह
1. स्थानीय और विदेशी भूकंपों का कोई सीधा संबंध नहीं है।
टोकारा में आ रहे झटकों और रूस के बड़े भूकंप के बीच कोई वैज्ञानिक संबंध नहीं है। दोनों क्षेत्रों के टेक्टोनिक प्लेट अलग हैं।
2. भूकंप की सटीक भविष्यवाणी संभव नहीं है।
वैज्ञानिक स्पष्ट कर चुके हैं कि वर्तमान विज्ञान के अनुसार किसी भी भूकंप की तारीख, समय और स्थान की भविष्यवाणी करना असंभव है।
3. जापान की आपदा प्रबंधन प्रणाली दुनिया की सबसे उन्नत है।
जापान का Earthquake Early Warning System (EEW) और सुनामी प्रबंधन प्रणाली समय पर चेतावनी देने और जान-माल की सुरक्षा सुनिश्चित करने में अत्यंत प्रभावी हैं।
4. अफवाहों से बचें, आधिकारिक स्रोतों से जानकारी लें।
सोशल मीडिया पर फैल रहीं अफवाहें जैसे “मंगा भविष्यवाणी” या “बाबा वांगा की चेतावनी” भ्रामक हैं। इनसे घबराना नहीं चाहिए।