सोनम ने खुद किया गुनाह कबूल, गाजीपुर के ढाबे से हुई गिरफ्तारी
इंदौर में सामने आए दो राज्यों को चौंका देने वाले राजा रघुवंशी हत्याकांड की गुत्थी अब सुलझ चुकी है। शिलांग पुलिस ने इस सनसनीखेज मामले में मुख्य आरोपी सोनम रघुवंशी को गाजीपुर के एक ढाबे से गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ के दौरान सोनम ने खुद कबूल किया कि वही राजा की हत्या की साजिशकर्ता थी।
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पुलिस ने इस मामले में राज और विशाल नामक दो अन्य आरोपियों को भी हिरासत में लिया है, जिनसे गहन पूछताछ जारी है। प्रारंभिक जांच में यह मामला आपसी संबंधों और निजी रंजिश से जुड़ा हुआ बताया जा रहा है।
जेएनएन, इंदौर। दो राज्यों को चौंका देने वाली इस घटना का राज आखिरकार सामने आ गया है। शिलांग पुलिस ने आरोपितों के घर चुपके से पहुंचकर उन्हें पकड़ लिया, बिना किसी को भनक लगे। पूछताछ आरोपितों से थाने या कार्यालय के बजाय डीसीपी के आवास पर की गई। इसी दौरान सोनम गाजीपुर के एक ढाबे पर मिली। जैसे ही उसे राजा से वीडियो कॉल पर सामना कराया गया, उसने राजा की हत्या करना स्वीकार कर लिया।
राजा की हत्या की साज़िश की कड़ी जब सोनम की ओर इशारा करने लगी, तब रविवार की रात ईस्ट खासी हिल्स (शिलांग) पुलिस इंदौर पहुँच चुकी थी। इस हाईप्रोफाइल मामले पर मेघालय की डीजीपी आई नोंग्रांग भी लगातार निगरानी रख रही थीं और उन्होंने मध्यप्रदेश के डीजीपी कैलाश मकवाणा को पूरी जानकारी दे दी थी।
राज और विशाल पुलिस की गिरफ्त में
रविवार रात लगभग साढ़े बारह बजे पुलिस ने राज कुशवाह को लक्ष्मणपुरा (नंदबाग) से और विशाल उर्फ विक्की ठाकुर को नंदबाग से गिरफ्तार किया। गिरफ्तारी के तुरंत बाद पुलिस ने आयुक्त संतोष कुमार सिंह को सूचित किया। दोनों आरोपितों को अपराध शाखा के डीसीपी राजेश कुमार त्रिपाठी के आवास में रखा गया।
रात के समय अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (कानून) अमित सिंह बाइक से डीसीपी के बंगले पहुंचे और आरोपितों से पूछताछ शुरू की। राज ने सोनम के साथ अपने प्रेम संबंध को स्वीकार किया, लेकिन राजा की हत्या में अपनी कोई भूमिका होने से पूरी तरह इनकार किया। अधिकारियों ने कड़ी कार्रवाई की और दोनों से अलग-अलग बयान दर्ज किए।
फोन पर सोनम ने अपने जुर्म को कर लिया स्वीकार
सीबी नंदगंज (गाजीपुर) पुलिस ने फोन पर सूचित किया कि सोनम काशी ढाबे पर पकड़ में आ गई है, लेकिन फिलहाल वह बयान देने के लिए तैयार नहीं है। राज से पूछताछ कर रहे अधिकारियों ने कहा कि सोनम से वीडियो कॉल के जरिए बात की जाए। शुरुआत में सोनम ने सवालों से बचने की कोशिश की।
वह खुद को बेबस और पीड़ित दिखाने की कोशिश कर रही थी, लेकिन जब कैमरा राज की ओर मोड़ा गया, तो सोनम ठिठक गई। उसे बताया गया कि राज और विशाल ने पूरी बात बयान कर दी है। इस पर सोनम फोन पर ही भावुक हो उठी और राजा की हत्या में अपनी संलिप्तता मान ली। इसके बाद शिलांग पुलिस का एक दल गाजीपुर के लिए रवाना हो गया।
गाजीपुर पुलिस को स्पष्ट निर्देश दिया गया कि सोनम कोई पीड़ित नहीं, बल्कि मुख्य आरोपी है, इसलिए उसे तुरंत हिरासत में लिया जाए। सीजेएम के बंगले में पेशी हुई, जहां आरोपी को सात दिन का रिमांड मिला। राजा हत्याकांड के रहस्य खुलने से पूरे दिन इलाके में चर्चा का माहौल बना रहा। अतिरिक्त पुलिस आयुक्त राजेश दंडोतिया ने बताया कि शिलांग पुलिस ने आरोपितों को कस्टडी में ले लिया है।
अपराध शाखा की टीम तलाशी और जब्ती के कार्य में सक्रिय रूप से सहयोग कर रही है। दोपहर में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच आरोपितों का जिला अस्पताल में मेडिकल परीक्षण कराया गया। शाम को उन्हें सीजेएम के बंगले में पेश किया गया, जहां से सात दिन के ट्रांजिट रिमांड पर भेज दिया गया। रात के समय शिलांग पुलिस ने आरोपितों के घरों पर छापा मारा और खून से सने कपड़े बरामद किए।
सगाई के बाद भी सोनम बातचीत करने से कतरा रही थी
राजा की माता उमा ने बयान में कहा कि सोनम के व्यवहार पर उन्हें कभी शक नहीं हुआ। सोनम ने भी शादी से इनकार नहीं किया था। उमा ने बताया कि सोनम ने राजा से बात करना कम कर दिया था, जो राजा ने खुद उन्हें बताया था। राजा ने कहा था कि सोनम को शादी में दिलचस्पी नहीं थी, लेकिन उसकी भाभी के समझाने पर वह फिर उससे बात करने लगी थी। पुलिस के अनुसार, कॉल डिटेल्स में राजा के मुकाबले राज के नंबर ज्यादा पाए गए हैं, जिनसे सोनम घंटों बात किया करती थी।